सिर्फ छह मिनट में सब कुछ ok...


शामली: जनता को मौत बांट रहे कैराना मीट प्लांट के खिलाफ की गई अधिकारियों की गोपनीय छापेमारी आज शामली जिले की सुर्खियों में बनी रही। छापेमारी यूं तो गोपनीय थी, लेकिन पहले ही इस सूचना लीक होने के चलते मीट प्लांट में सब कुछ ओके हो गया। अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची और सिर्फ छह मिनटों में मीट प्लांट को ओके रिपोर्ट की डिग्री थमाकर वापस लौट आई। छापेमारी के दौरान यह प्रतीत हो रहा था कि अधिकारी जनता की जान के बजाय शायद मीट प्लांट के लिए ज्यादा फिक्रमंद थे। 
  शुक्रवार को कैराना तहसीलदार रनबीर सिंह के नेतृत्व में पशु और खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने नगर के कांधला रोड पर स्थित मीट प्लांट पर छापेमारी की, लेकिन यह छापेमारी इतनी गोपनीय थी कि पहले ही लोगों तक इसकी जानकारी पहुंच गई थी। गोपनीय छापेमारी के दौरान अधिकारियों का फोटोशूट हुआ, तो उन्होंने मीट प्लांट के अंदर फिल्मी अंदाज में एंट्री तो की, लेकिन बाद में पिटी हुई ब्लाकबास्टर के शो की तरह बाहर निकलते नजर आए। फिल्म चक दे इंडिया में शाहरूख खान ने टीम को साबित करने के लिए 90 मिनट का समय दिया था, लेकिन जिले के अधिकारियों की टीम ने सिर्फ छह मिनट के निरीक्षण में ही मीट प्लांट को पाक—साफ होने का सर्टिफिकेट थमा दिया। अब सवाल यह उठता है कि आखिरकार कैराना का मीट प्लांट क्या जनता की जान से भी बड़ा हो गया है, जिस पर यदि कोई कार्रवाई की उंगली उठती है, तो पहले ही इसकी जानकारी मीट प्लांट के अंदर पहुंच जाती है।   


मंडलायुक्त से की गई थी शिकायत 
 दो दिन पूर्व पंजीठ के ग्राम प्रधान इरशाद ने कैराना में पहुंचे मंडलायुक्त से मीट प्लांट को बंद कराये जाने की मांग की थी। ग्राम प्रधान का कहना था कि मीट प्लांट के कारण आसपास इलाके में प्रदूषण फैल रहा है और भूजल भी प्रदूषित हो रहा है, जिस कारण लोग हेपेटाइटिस-सी जैसी गंभीर बीमारियों से त्रस्त हैं। मंडलायुक्त ने जांच के आदेश दिए थे। 


दिखाई दी खानापूर्ति 
 मीट प्लांट में टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली। इसके बाद मीट प्लांट में घूमकर कर्मचारियों से पूछताछ की गई। इसके बाद टीम लौट गई। छापेमारी टीम  में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. राजेश कुमार, डा. पुष्पेंद्र, खाद्य सुरक्षा अधिकारी नरेश कुमार भी मौजूद थे,  लेकिन छापेमारी शुक्रवार को बंदी के दौरान मीट प्लांट में कटान तक ही सीमित रही। 


इन्होंने कहा-
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. राजेश ने शामली दर्पण को बताया कि मुखबिर द्वारा अवकाश में मीट प्लांट के चलने की सूचना पर औचक निरीक्षण किया गया था, वहां पर कोई अवैध कटान नही मिला। उनके द्वारा बताया कि मीट प्लांट में सब कुछ सही मिला। अधिकारियों के मुताबिक वहां  कोई बदबू भी नही आ रही थी। वहां  खुशबूदार पानी का छिड़काव भी मिला, लेकिन मीट प्लांट के बाहर उठने वाली की आवाजों से वें बेखबर रहे। 


Popular posts
सम्पादकीय
व्यापारियों व किसानों के गठबंधन से सरकार के सर में बढ़ेगा दर्द।उत्तर प्रदेश में बढ़ी विद्युत दरों के खिलाफ गुरूवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल द्वारा सभी जिलों में धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपे गए। शामली में भी संगठन द्वारा सुभाष चौक पर धरना प्रदर्शन करते हुए सरकार से बढ़ी विद्युत दरों को वापस लेने की मांग की। शामली: पूर्व निर्धारित योजना के तहत गुरूवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल द्वारा प्रदेश के विभिन्न जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन किया गया। शामली के सुभाष चौक पर आयोजित धरने को किसान संगठनों का भी सहयोग मिला। प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम दास गर्ग ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि विद्युत दरें देश भर के सभी राज्यों में पहले से ही काफी अधिक हैं, इसके बावजूद भी प्रदेश सरकार द्वारा व्यापारियों और किसानों व आम उपभोक्ताओं की विद्युत की दरें 15 प्रतिशत तक बढ़ा दी गई हैं, जोकि न्याय संगत नही है। मंदी की मार झेल रहा व्यापारी घाटे में व्यापार चला रहा है। प्रदेश सरकार की यह कार्रवाई व्यापारियों—किसानों का उत्पीड़न करने वाली है।मंदी की मार झेल रहे व्यापारी वर्ग का उत्पीड़न व्यापारी सेना से पंकज वालिया ने बताया कि व्यापारियों एवं दुकानदारों की कमर्शियल विद्युत दरें घरेलू दरों से लगभग डेढ़ गुने से भी अधिक हैं, यानि घरेलू विद्युत दरें लगभग छह रूपए प्रति यूनिट पड़ती है, जबकि कमर्शियल विद्युत दरों का 11 रूपए प्रति यूनिट की दर से भुगतान देना होता है। आखिरकार सरकार द्वारा छोटे दुकानदारों और व्यापारियों पर विद्युत दरें डेढ़ गुनी क्यों की गई है? इन विद्युत दरों को बराबर किया जाए, ताकि मंदी की मार झेल रहा व्यापारी वर्ग अपने परिवार का जीवन यापन कर सके। धरना प्रदर्शन पर पहुंचे एसडीएम संदीप कुमार को व्यापारियों ने अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सौंपते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बढ़ती विद्युत दरों को वापस लेने की मांग की। व्यापारियों ने बुलंद की आवाज धरने पर जिला महामंत्री कंवरवीर सिंह कांबोज, नगर महामंत्री रवि संगल, प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रजभूषण संगल, नगर ईकाई अध्यक्ष अजेश कुमार मित्तल, प्रहलाद नामदेव, अशोक कुमार नामदेव, रामदयाल गर्ग, धनराज बंसल, प्रदीप विश्वकर्मा, रामकुमार राय, चौधरी सवित मलिक अध्यक्ष किसान यूनियन, कुलदीप गर्ग कुड़ाना, जयपाल सिंह कुडाना, अजय बंसल झिंझाना, विनोद संगल झिंझाना, रवि मित्तल चौसाना, अजेश मित्तल चौसाना, युवा अध्यक्ष मनोज मित्तल, युवा महामंत्री शिवांक गर्ग, मनोज कुमार, गौरव बंसल, सचिन गोयल एडवोकेट, पवन कंसल, डा. ओमवीर, जितेंद्र कुमार, नरेंद्र अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
चित्र
अपराध पर नियंत्रण, हिस्ट्रीशीटरों पर रखें कडी नजर: एसपी
चित्र
राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर जागरूकता को बनाया हथियार
चित्र
अयोध्या फैसला: अधिकारियों के जिला मुख्यालय छोड़ने पर लगी पाबंदी
चित्र