दीपक जलाकर मनाई गई खुशियां...


शामली: देश की सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि व बाबरी मस्जिद प्रकरण में सुनाए गए फैसले के बाद शामली शहर में पूरी तरह शांति रही। दोनों ही समुदाय के लोगों ने आपसी सौहार्द एवं भाईचारे का परिचय दिया। रात के समय  शहर की कई गलियां दीपकों से जगमगाती नजर आई। सभी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पूरी तरह सम्मान दिया।
   शनिवार को देश की सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अयोध्या में श्रीराम जन्म भूमि व बाबरी मस्जिद प्रकरण में ऐतिहासिक फैसला सुनाया गया। इस फैसले पर देश-दुनिया की नजर लगी हुई थी। फैसले को लेकर पूरे देश में भारी सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे। सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर शामली जिले में भी सुरक्षा व्यवस्था कडी की गई थी। खुद डीएम अखिलेश सिंह व एसपी अजय कुमार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद माहौल बिगाडने वालों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी थी। सैंकडों संदिग्धों को पुलिस विभाग ने चिन्हित भी किया था। शनिवार की सुबह करीब साढे 10 बजे मुख्य न्यायाधीश ने फैसला सुनाना प्रारंभ किया और थोडी ही देर बाद राम मंदिर के निर्माण का आदेश दिया गया वहीं मुस्लिम पक्ष को पांच एकड भूमि मस्जिद बनाने के लिए देने के निर्देश भी दिए गए। इस फैसले के बाद शहर में दोनों ही समुदायों के लोगों ने आपसी प्यार एवं सौहार्द का परिचय दिया। किसी भी स्थान पर तनाव जैसी कोई सूचना नहीं मिली और शहर में पूरी तरह शांति बनी रही। दोनों ही समुदाय के लोगों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पूरी तरह सम्मान दिया तथा प्रतिदिन की भांति ही एक दूसरे से मिले व भाईचारा एवं सौहार्द बनाए रखने की अपील की। लोगों का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला ही सर्वमान्य है और यह हमें स्वीकार है। दोनों ही समुदाय के लोग हमेशा साथ रहते आए हैं। एक दूसरे के सुख-दुख में भाग लेते हैं। सभी त्यौहार मिल जुलकर मनाते हैं, फिर तनाव जैसी कोई बात ही नहीं है। शहर की मिश्रित आबादी में भी इस फैसले के बाद कोई तनाव नजर नहीं आया। शाम के समय  शहर के कई मोहल्ले मोमबत्तियों की रोशनी से जगमगाते हुए नजर आए। लोगों ने मर्यादित रूप से खुशी मनाई, जिसपर कोई आपत्ति देखने को नही मिली। गौरतलब है कि राम मंदिर पर फैसले को लेकर शहर में विभिन्न स्थानों पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी थी। पुलिस प्रशासन दिन भर अलर्ट रहा।