शामली में हत्या के बाद वकीलों में आक्रोश, उग्र आंदोलन की चेतावनी

कैराना कोर्ट से घर लौट रहे वकील की गोली मारकर हत्या के विरोध में गुरुवार को जिला बार एसोसियेशन ने कलेक्ट्रेट पर जमकर हंगामा प्रदर्शन किया। वकीलों हत्यारोपियों की जल्द गिरफ्तारी कर कडी कार्रवाई की मांग की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन डीएम को सौंपा गया। हत्याकांड के विरोध में अधिवक्ता न्यायिक कार्यों से भी विरत रहे। अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि जल्द मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गयी तो उग्र आंदोलन से भी पीछे नहीं हटा जाएगा। 



शामली: बुधवार की देर रात अज्ञात बदमाशों ने कैराना से वापस अपने गांव सिक्का लौट रहे वकील गुलजार अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना से जनपदभर के अधिवक्ताओं में आक्रोश फैल गया। गुरुवार को जिला बार एसोसियेशन के अध्यक्ष रामपाल सिंह सुगालिया की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में कैराना के अधिवक्ता गुलजार अहमद की नृशंस हत्या पर कडा आक्रोश व्यक्त किया गया। इसके बाद अधिवक्ताओं ने हत्याकांड के विरोध में जमकर कलेक्ट्रेट में जमकर हंगामा प्रदर्शन किया। वकीलों का कहना था कि पिछले चार-पांच दिनों में उत्तर प्रदेश में कई वकीलों की हत्या की जा चुकी है और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है। बुधवार की रात भी कैराना से अपने गांव वापस लौट रहे युवा अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन डीएम अखिलेश सिंह को सौंपा गया। अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री से मांग की कि सरकार को अधिवक्ताओं की सुरक्षा के लिए कानून बनाना चाहिए ताकि आगे से ऐसी कोई वारदात न हो सके। उन्होंने अधिवक्ता के हत्यारोपियों की गिरफ्तारी कर उन्हें फांसी की सजा दिए जाने की मांग करते हुए चेतावनी दी कि यदि जल्द ही इस मामले में कार्रवाई नहीं की गयी तो अधिवक्ता हडताल पर चले जाएंगे और उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर महासचिव अरविन्द कुमार जावला, श्यामवती मलिक, रामकुमार वर्मा, चंद्रवीर मलिक, सतीश चौहान, सतीश कुमार मिठालिया, चंद्रभान सिंह, बिजेन्द्र कुमार, सौराज सिंह, मुकेश गर्ग, रविन्द्र कुमार, मनोज जांगिड, प्रवीण कुमार, जगदेव सिंह, दीपक कौशिक, सत्यपाल कश्यप, अमरदीप आर्य, विवेक कुमार, अशोक कुमार, राजकुमार, जसपाल राणा, जयपाल चौहान, विपिन सैनी, मणिकांत शर्मा, प्रताप राठौर, अशोक कुमार, नीलम पुरी आदि भी मौजूद रहे। हत्याकांड के विरोध में अधिवक्ता न्यायिक कार्यों से विरत भी रहे। 



वकील की हत्या में महिला समेत चार पर मुकदमा
आदर्श मंडी क्षेत्र के गांव सिक्का निवासी वकील गुलजार पुत्र इस्लामुद्दीन की हत्या की वारदात में गुरुवार को मृतक के भाई इश्तकार पुत्र इस्लामुद्दीन ने आदर्श मंडी थाने पर तहरीर देते हुए बताया कि घटना के समय वह अपने पिता के साथ दूसरी बाइक पर गुलजार के साथ गांव वापस लौट रहा था, जब वे सहारनपुर रोड स्थित मिक्सचर प्लांट के निकट पहुंचे तभी चमन पुत्र यासीन उर्फ भूरिया निवासी कांधला, उजैफा व हमजा पुत्रगण इकबाल निवासी फूंसवाली मस्जिद कस्बा बडौत जिला बागपत ने गुलजार को गोली मार दी और मौके से फरार हो गए। इश्तकार का कहना था कि उसका अपने ससुरालियों से विवाद चल रहा है, यह मामला कोर्ट में विचाराधीन था जिसमें उसका भाई गुलजार पैरवी कर रहा था। उसकी पत्नी मरियम उर्फ समर ने अपने दो भाईयों उजैफा व हमजा व चमन के साथ मिलकर ही उसके भाई गुलजार की हत्या की है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर चमन, उजैफा, हमजा व मरियम उर्फ समर निवासी फूंंसवाली मस्जिद कस्बा बडौत जिला बागपत के खिलाफ धारा 302, 120 बी व 506 में मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने हत्यारोपियों की तलाश में ताबडतोड दबिश दे रही है। दूसरी ओर गुलजार की हत्या से परिजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल है। 


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सम्पादकीय
व्यापारियों व किसानों के गठबंधन से सरकार के सर में बढ़ेगा दर्द।उत्तर प्रदेश में बढ़ी विद्युत दरों के खिलाफ गुरूवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल द्वारा सभी जिलों में धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपे गए। शामली में भी संगठन द्वारा सुभाष चौक पर धरना प्रदर्शन करते हुए सरकार से बढ़ी विद्युत दरों को वापस लेने की मांग की। शामली: पूर्व निर्धारित योजना के तहत गुरूवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल द्वारा प्रदेश के विभिन्न जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन किया गया। शामली के सुभाष चौक पर आयोजित धरने को किसान संगठनों का भी सहयोग मिला। प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम दास गर्ग ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि विद्युत दरें देश भर के सभी राज्यों में पहले से ही काफी अधिक हैं, इसके बावजूद भी प्रदेश सरकार द्वारा व्यापारियों और किसानों व आम उपभोक्ताओं की विद्युत की दरें 15 प्रतिशत तक बढ़ा दी गई हैं, जोकि न्याय संगत नही है। मंदी की मार झेल रहा व्यापारी घाटे में व्यापार चला रहा है। प्रदेश सरकार की यह कार्रवाई व्यापारियों—किसानों का उत्पीड़न करने वाली है।मंदी की मार झेल रहे व्यापारी वर्ग का उत्पीड़न व्यापारी सेना से पंकज वालिया ने बताया कि व्यापारियों एवं दुकानदारों की कमर्शियल विद्युत दरें घरेलू दरों से लगभग डेढ़ गुने से भी अधिक हैं, यानि घरेलू विद्युत दरें लगभग छह रूपए प्रति यूनिट पड़ती है, जबकि कमर्शियल विद्युत दरों का 11 रूपए प्रति यूनिट की दर से भुगतान देना होता है। आखिरकार सरकार द्वारा छोटे दुकानदारों और व्यापारियों पर विद्युत दरें डेढ़ गुनी क्यों की गई है? इन विद्युत दरों को बराबर किया जाए, ताकि मंदी की मार झेल रहा व्यापारी वर्ग अपने परिवार का जीवन यापन कर सके। धरना प्रदर्शन पर पहुंचे एसडीएम संदीप कुमार को व्यापारियों ने अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सौंपते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बढ़ती विद्युत दरों को वापस लेने की मांग की। व्यापारियों ने बुलंद की आवाज धरने पर जिला महामंत्री कंवरवीर सिंह कांबोज, नगर महामंत्री रवि संगल, प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रजभूषण संगल, नगर ईकाई अध्यक्ष अजेश कुमार मित्तल, प्रहलाद नामदेव, अशोक कुमार नामदेव, रामदयाल गर्ग, धनराज बंसल, प्रदीप विश्वकर्मा, रामकुमार राय, चौधरी सवित मलिक अध्यक्ष किसान यूनियन, कुलदीप गर्ग कुड़ाना, जयपाल सिंह कुडाना, अजय बंसल झिंझाना, विनोद संगल झिंझाना, रवि मित्तल चौसाना, अजेश मित्तल चौसाना, युवा अध्यक्ष मनोज मित्तल, युवा महामंत्री शिवांक गर्ग, मनोज कुमार, गौरव बंसल, सचिन गोयल एडवोकेट, पवन कंसल, डा. ओमवीर, जितेंद्र कुमार, नरेंद्र अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
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