रक्तचरित्र: आरएसएस कार्यकर्ता की परिवार समेत हत्या पर फूटा आक्रोश

बंगाल के मुर्शिदाबाद में आरएसएस कार्यकर्ता की परिवार समेत हत्या के बाद देश में आक्रोश फैला हुआ है। हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों की लगातार हत्या की वारदात से बंगाल की ममता सरकार पर उंगलियां खड़ी हो रही हैं। शामली में हिंदू जागरण मंच के कार्यकताओं ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पुतला फूंकते हुए केंद्र सरकार से बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।


शामली: विजयादशमी को कुछ अज्ञात लोगों ने मुर्शिदाबाद ज़िले के जियागंज में रहने वाले स्कूल शिक्षक बंधु प्रकाश पाल (35), उनकी पत्नी ब्यूटी पाल (28) और पुत्र अंगन पाल की धारदार हथियारों से हत्या कर दी थी। पाल की पत्नी गर्भवती थी। इस मामले के पुलिस अब तक हत्यारों के बारे में कोई सुराग तलाश नही पाई है। ऐसे में बंगाल की कानून व्यवस्था सवालों के घेरें में हैं। बंगाल में लगातार हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों को भी निशाने पर लिया जा रहा है। रविवार को शामली में भी हिंदू जागरण मंच के तत्वावधान में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता ममता बनर्जी मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए विजय चौक पर इक्ट्ठा हुए। यहां पर उन्होंने विरोध प्रदर्शन के बाद बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पुलता फूंका। 



बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग 
हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने ममता बनर्जी के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान मौजूद बजरंग दल मेरठ प्रांत विद्यार्थी प्रमुख विवेक प्रेमी ने शामली दर्पण को बताया कि पश्चिमी बंगाल के अंदर लंबे समय से हिंदू समाज का उत्पीड़न हो रहा है। बंगाल पाकिस्तान और इस्लामिक गतिविधियों के इशारे पर चल रहा है। वहां पर आरएसएस और अन्य हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं की हत्या की जा रही है। आरएसएस के कार्यकर्ता के पूरे परिवार की गला काटकर हत्या कर दी गई है। केंद्र सरकार को विशेष चिंता करते हुए ​बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू कर हिंदू समाज की सुरक्षा के प्रबंध करने चाहिए।


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सम्पादकीय
व्यापारियों व किसानों के गठबंधन से सरकार के सर में बढ़ेगा दर्द।उत्तर प्रदेश में बढ़ी विद्युत दरों के खिलाफ गुरूवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल द्वारा सभी जिलों में धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपे गए। शामली में भी संगठन द्वारा सुभाष चौक पर धरना प्रदर्शन करते हुए सरकार से बढ़ी विद्युत दरों को वापस लेने की मांग की। शामली: पूर्व निर्धारित योजना के तहत गुरूवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल द्वारा प्रदेश के विभिन्न जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन किया गया। शामली के सुभाष चौक पर आयोजित धरने को किसान संगठनों का भी सहयोग मिला। प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम दास गर्ग ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि विद्युत दरें देश भर के सभी राज्यों में पहले से ही काफी अधिक हैं, इसके बावजूद भी प्रदेश सरकार द्वारा व्यापारियों और किसानों व आम उपभोक्ताओं की विद्युत की दरें 15 प्रतिशत तक बढ़ा दी गई हैं, जोकि न्याय संगत नही है। मंदी की मार झेल रहा व्यापारी घाटे में व्यापार चला रहा है। प्रदेश सरकार की यह कार्रवाई व्यापारियों—किसानों का उत्पीड़न करने वाली है।मंदी की मार झेल रहे व्यापारी वर्ग का उत्पीड़न व्यापारी सेना से पंकज वालिया ने बताया कि व्यापारियों एवं दुकानदारों की कमर्शियल विद्युत दरें घरेलू दरों से लगभग डेढ़ गुने से भी अधिक हैं, यानि घरेलू विद्युत दरें लगभग छह रूपए प्रति यूनिट पड़ती है, जबकि कमर्शियल विद्युत दरों का 11 रूपए प्रति यूनिट की दर से भुगतान देना होता है। आखिरकार सरकार द्वारा छोटे दुकानदारों और व्यापारियों पर विद्युत दरें डेढ़ गुनी क्यों की गई है? इन विद्युत दरों को बराबर किया जाए, ताकि मंदी की मार झेल रहा व्यापारी वर्ग अपने परिवार का जीवन यापन कर सके। धरना प्रदर्शन पर पहुंचे एसडीएम संदीप कुमार को व्यापारियों ने अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सौंपते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बढ़ती विद्युत दरों को वापस लेने की मांग की। व्यापारियों ने बुलंद की आवाज धरने पर जिला महामंत्री कंवरवीर सिंह कांबोज, नगर महामंत्री रवि संगल, प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रजभूषण संगल, नगर ईकाई अध्यक्ष अजेश कुमार मित्तल, प्रहलाद नामदेव, अशोक कुमार नामदेव, रामदयाल गर्ग, धनराज बंसल, प्रदीप विश्वकर्मा, रामकुमार राय, चौधरी सवित मलिक अध्यक्ष किसान यूनियन, कुलदीप गर्ग कुड़ाना, जयपाल सिंह कुडाना, अजय बंसल झिंझाना, विनोद संगल झिंझाना, रवि मित्तल चौसाना, अजेश मित्तल चौसाना, युवा अध्यक्ष मनोज मित्तल, युवा महामंत्री शिवांक गर्ग, मनोज कुमार, गौरव बंसल, सचिन गोयल एडवोकेट, पवन कंसल, डा. ओमवीर, जितेंद्र कुमार, नरेंद्र अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
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